Tuesday, January 17, 2017

महत्वपूर्ण बातें Important Things


बच्चे के शरीर में ज़िंक की कमी न होने दे. बच्चे की मालिश सरसो के तेल से करें. बच्चे को भूख लगने पर हे स्तनपान करवायें। Failing to give the child's lack of zinc in the body. use mustard oil for baby massage. Breastfeeding should be conducted on child hunger.

जब आपका शिशु ६ माह का हो जाए तो उसे नाचनी सत्व यांनी की रागी का आटा पानी या दूध में डालकर खोलकर पिलाये. शिशु के लिए आचछा होता हैं.


When your baby is 6 months old, then the nachni Sattva raises his dough into water or milk, and then drink it open. The baby is curious.

अगर आपका बच्चे के दाँत निकलना शुरू हो गए हैं तो आप एक चूर्ण जिसे डिकेमालि कहते हैं महराष्ट्र में बच्चो के दांत निकलने के समय से २ साल तक मुँह में घिसा जाता हैं.
If your baby's teeth begin to grow, then you are a powder called Dikamali, which is worn in the mouth for two years from the time of the removal of children's teeth in the state of Maharshtra.



बच्चे को जब भी ६ माह बाद कुछ खिलाना सुरु करे तो पहले उसको पानी के रूप में हे तरल आहार दे. माँ का दूध पिलाना बिलकुल भी बंद न करें. जैसे सुबह सुको दूध पिलाया है तो ९ से १० के बीच में पहले दिन सिर्फ सेब का जूस या किसी भी फल का थोड़ा गाड़ा जूस एक हे बार दे. बाकी समय माँ का दूध हे दें. हर दिन ऐसा करके एक -एक दिन जूस देते जाएँ.


24 घंटे में माँ के स्तन में दूध न आये तो बाहर का दूध पिलाने की भारी कदापि न करे। उससे बच्चे की पाचन-क्रिया बिगड़ जाती है।


दाल का पानी बच्चों के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक प्रोटीन और लौह तत्वों से भरपूर होता है। इसका स्वाद अलग होता है और इसे एक छोटे चम्मच घी के साथ परोसना सबसे अच्छा रहता है।


बच्चे के छाती पर अलसी का लेप करने से बच्चो को सर्दी नहीं लगती.



 

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