गर्भावस्था के दौरान बवासीर की परेशानी
pregnancy problam & Soultion
pregnancy problam & Soultion
गर्भ धारण के समय स्त्रियों को कई प्रकार की सामान्य तकलीफों और परेशानियों से गुजरना पड़ता है आज हम आपको इन्हीं के बारे में बताने जा रहे हैं. यह सामान्य तकलीफें और परेशानियों को आप किस प्रकार से निजात पा सकते हैं. उसके बारे में जानकारी देंगे। यह एक कड़ी के रुप में कई चरणों में प्रस्तुत की जाएगी।
गर्भावस्था के दौरान कई स्त्रियों को बवासीर की भी परेशानी हो जाती है. क्योंकि आपके शरीर में बच्चे के वजन के बढ़ने के कारण आपके मलद्वार दबाव पड़ना शुरू हो जाता है. जब आपके बच्चे दानी का वजन बढ़ता है तो आपके मल द्वार के पास जो नसे होती है होती हैं वह फेल कर मोटी हो जाती है. जिसकी वजह से आपको मल त्याग करने में परेशानी होती है. गर्भावस्था के दौरान बच्चे के सिर का दबाव रक्त की धमनियों पर पड़ता है जिसके कारण स्त्री बवासीर से पीड़ित हो जाती है. बच्चेदानी के दबाव के कारण बवासीर भी शिकायत हो जाती है
समाधान
गर्भ धारण के बाद अगर आपको बवासीर की परेशानी हो जाती है. तो आपको सबसे पहले अपने खाने पर ध्यान देना चाहिए। उसके बाद आपको अपने मलद्वार को हल्के गुनगुने पानी से धोकर वहां पर मल्हम लगाना चाहिए। बवासीर से जो लोग परेशान होते हैं उन्हें ज्यादा देर तक मल त्याग करने के लिए नहीं बैठना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान कभी भी ऑपरेशन या इंजेक्शन की सहायता से बवासीर का इलाज नहीं करवाना चाहिए। यह मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक होता है. गर्भावस्था के बाद बवासीर खुद ही सही हो जाती है.
No comments:
Post a Comment